Thursday, May 29, 2008

संत संग अपबर्ग कर कामी भव कर पंथ कहहि संत कबि कोबिद श्रुति पुरान सदग्रंथ

संत संग अपबर्ग कर कामी भव कर पंथ
कहहि संत कबि कोबिद श्रुति पुरान सदग्रंथ