Facets of Ramayana
Thursday, June 7, 2007
काह न पावकु जारि सक का न समुद्र समाइ का न करै अबला प्रबल केहि जग कालु न खाइ
काह
न
पावकु
जारि
सक
का
न
समुद्र
समाइ
का
न
करै
अबला
प्रबल
केहि
जग
कालु
न
खाइ
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