Facets of Ramayana
Thursday, October 4, 2007
प्रान प्रान के जीव के जिव सुख के सुख राम तुम्ह तजि तात सोहात गृह जिन्हहि तिन्हहिं बिधि बाम
प्रान
प्रान
के
जीव
के
जिव
सुख
के
सुख
राम
तुम्ह
तजि
तात
सोहात
गृह
जिन्हहि
तिन्हहिं
बिधि
बाम
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