Facets of Ramayana
Saturday, June 9, 2007
राखिअ अवध जो अवधि लगि रहत न जनिअहिं प्रान
राखिअ
अवध
जो
अवधि
लगि
रहत
न
जनिअहिं
प्रान
दीनबंधु
संदर
सुखद
सील
सनेह
निधान
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